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शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा जारी परीक्षा परिणाम को लेकर कुलगुरु को सौंपा ज्ञापन

 



रिपोर्ट @मिर्जा अफसार बेग 

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शहडोल नगर द्वारा शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा में मनमानी ढंग से परीक्षा परिणाम एवं अन्य 10 विषयों को लेकर कुलगुरु  को नगर मंत्री अमन त्रिपाठी द्वारा विश्वविद्यालय में व्याप्त विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया गया 

1 यह है कि स्नातक एवं स्नातकोत्तर की परीक्षाएं आज दिनांक से 4 से 6 माह पूर्व अयोजित की गई थी किन्तु परिणाम घोषित होने में इतना विलम्ब क्यों ।

2 यह है कि इतने विलंब के बाद भी अधिकतम विद्यार्थियों के परिणाम withheld या 0 नंबर दिखाई दे रहा हैं जिसमें कही न कही विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी नजर आ रही हैं  3जिसका प्रमुख कारण आनन फानन में जारी किया गया परिणाम प्रतीत होता हैं ।

4यह है कि विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा कॉलेशन के नाम पर बिना किसी आदेश के मनमाने पूर्वक बिना किसी अनुभव के शिक्षकों को लगाया गया जो कि परीक्षा परिणाम जैसे विषय की गोपनीयता को भंग करना प्रतीत होता हैं।

5यह है कि जल्दबाजी में जारी किए गए परीक्षा परिणाम में विद्यार्थियों के पूर्व में जारी परिणाम के दिनांक और अंक एक हैं जो पूर्व में दिए गए एटीकेटी और अभी के परिणाम दोनों ही एक हैं 6जिसके कारण यह प्रतीत होता हैं कि परिणाम में कोई बदलाव न कर उसे पुराना परिणाम ही दे दिया गया हैं।

7 यह है कि बी आर कंप्यूटर कंपनी के द्वारा जो सॉफ्टवेयर दिया गया हैं जो कि विद्यार्थियों के लिए लिंक दी जाती हैं वो कभी कभी काम नहीं करती है जिसके कारण विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।

8 यह है कि विश्वविद्यालय द्वारा रिटोटलिंग एवं रिवॉल्यूशन जिसकी फीस बहुत ज्यादा है जिसको तत्काल रूप से कार्रवाही करते हुए कम किया जाए।

9 यह है कि विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा परिणाम जारी करने में अत्यधिक समय की वजह सीसीई (CCE) और प्रैक्टिकल का नंबर देर से आना बताया जा रहा है जिसको सुधारते हुए 10विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा के पूर्व में भी CCE और प्रैक्टिकल के नंबर महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय से अपलोड कर दिए जाए जिससे विद्यार्थी का नंबर अपडेट होने पर ही एग्जाम फॉर्म भरे जाए।

11यह है कि विश्वविद्यालय द्वारा UTD के विद्यार्थीयो से नामांकन फीस 500 एवं संबद्धता के 43 महाविद्यालयो से 750 रुपए लिए गए जो कि 250 अधिक है ऐसा किसी विश्वविद्यालय में नहीं है जिसे तत्काल रूप से सही करते हुए अधिक ली गई नामांकन फीस विद्यार्थियों को वापस की जाए। 

12यह है कि विश्वविद्यालय द्वारा संबद्धता प्राप्त महाविद्यालयो से फाइल एवं काउंटर फाइल जिसमें एक्सटर्नल एवं इंटरनल के हस्ताक्षर होते हैं 13वह फाइल महाविद्यालयो से नहीं मंगाई गई और कई महाविद्यालयों के परीक्षा प्रभारियों ने जल्दबाजी में अपने मन से सभी विद्यार्थियों के नंबर चढ़ाकर विश्वविद्यालय भेज दिए जिसमें कई विद्यार्थी अनुपस्थित होने के बाद भी उपस्थित हो गए जिससे महाविद्यालय में विषय पढ़ाने वाले प्राध्यापकों से परीक्षा प्रभारी ने ना ही पूछा और ना ही सूची मांगी जिसमें विश्वविद्यालय द्वारा महाविद्यालयो से काउंटर फाइल की मूल प्रति मंगवा कर नंबरों का मिलान किया जाए एवं परीक्षा प्रभारी पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए।

अभाविप आपसे यह मांग करती है कि इन सभी विषयों को 7 दिवस के अंदर संज्ञान में नहीं लिया गया तो अभाविप उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी

ज्ञापन में प्रमुख रूप से विभाग संगठन मंत्री सावन सिंह, विभाग संयोजक अखिलेश सिंह, विभाग छात्रा प्रमुख अंजली पांडेय, निधि पांडेय, आकाश मिश्रा, राम तिवारी, पियूष तिवारी साक्षी सिंह, मानवी सिंह , गोकुल पटेल, अमन तिवारी एवं अन्य कार्यकर्ता वा सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे।



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